अंधविश्वास में कई बार लोग अपने कलेजे के टुकड़ों तक को हमेशा के लिए खो देते हैं। ऐसा ही वाकया लाेहावट के फतेहसागर क्षेत्र में देखने को मिला। यहां 2 माह के स्वरूप को करीब 15 दिन से निमाेनिया की शिकायत थी। तबीयत में सुधार नहीं हाेने पर तीन दिन पहले उसकी मां परिजनाें के साथ बेटे काे एक रिश्तेदार भाेपे के पास ले गई। भाेपे ने उस पर शैतान का साया बताया और दूर करने के लिए डाम लगाने (गर्म सरिए से दागने) की बात कही। परिजनाें ने भी अंधविश्वास में आकर हामी भर दी।
इस पर भाेपे ने मासूम की छाती पर 6 जगह गर्म चिमटे से दाग दिया, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई।
फलोदी के रणीसर निवासी पिता सुखाराम काे सूचना मिलने पर वह बेटे काे लाेहावट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गया, वहां से बुधवार दोपहर उसे जोधपुर के उम्मेद अस्पताल रेफर किया गया।
मासूम की छाती पर 6 जगह डाम लगाए
डाम लगाने से गंभीर रूप से झुलसे स्वरूप को उसके परिजन बुधवार दोपहर 3:30 बजे उम्मेद अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां उसे तुरंत गहन चिकित्सा ईकाई में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। लगातार हालत बिगड़ने पर शाम 4:30 बजे उसे यूनिट 3 में ट्रांसफर किया गया। उसे सांस लेने में लगातार तकलीफ हो रही थी। जान बचाने के लिए जीवनरक्षक दवाएं भी दी गई। रात करीब 9:30 बजे मासूम ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अस्पताल के कर्मचारियों ने एमएलसी के लिए पुलिस चौकी में सूचना दी, लेकिन परिजन काेई कार्रवाई नहीं कराने की बात कहकर मासूम के शव को लेकर रवाना हो गए। लोहावट थानाधिकारी इमरान ने बताया कि इस मामले में देर रात तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई गई